Saturday 3 September 2011

अपना तन-मन-धन सब ....

अपना तन-मन-धन सब भगवानके अर्पण कर दो; तुम्हारा है भी नहीं, भगवानका ही है| अपना मान बैठे हो- ममता करते हो इसीसे दुखी होते हो| ममताको सब जगहसे हटाकर केवल भगवानके चरणोंमें जोड़ दो, अपने माने हुए सब कुछ्को भगवानके अर्पण कर दो| फिर वे अपनी चीजको चाहे जैसे काममें लावें; बनावें या बिगाडें| तुम्हें उसमें व्यथा क्यों होने लगी? भगवानको समर्पण करके तुम तो निश्चिंत और आनंदमग्न हो जाओ|- 

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Ram