Thursday 12 July 2012

संत वाणी

संत वाणी
  1. इश्वर का स्मरण करो तोह ऐसा करो के फिर दूसरी बार उसे याद करना ही न पड़े |
  2. अपने सब काम भूल कर सदा इश्वर का स्मरण करते रहो |
  3. परमात्मा के दर्शन में लीन होकर स्मरण करना भी भूल जाओ, यही उचे से उचा स्मरण है
  4. भाग्वादाश्रय और भगवान् नाम से पापो का समूल नाश हो जाता है यह निश्चित है |
  5. सारे संसार का एक ग्रास बना कर भी यदि बालक के मुह में दे दिया जाये तोह भी वह भूखा ही रहेगा | जिसका मन खान पान और गहने कपडे में बसा है, उसकी स्थितिपसु से भी गयी है |
  6. .पहने ओढने में सादगी का ख्याल रखना | शोकीनी की पोशाक और आडमभर से परे ही रहना |
  7. जिस समय लोग 'उन्मत' और 'मस्त' कह कर मेरी निंदा करेंगे तभी मेरे मन में गूढ़ तत्वज्ञान का उदय होगा |Align Center
  8. मनुष्य का सच्चा कर्तव्य क्या है ? इश्वर के सिवा किसी भी दूसरी चीज से प्रीती न जोढ्ना |
  9. जब ह्रदय में किसी से कुछ लेने की इच्छा ही नहीं तब जैसा हे धनि वैसे ही गरीब |
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Ram