Sunday, 19 May 2013

धारण करने योग्य ५१ बाते -२-


|| श्रीहरिः ||

आज की शुभतिथि-पंचांग

वैशाख शुक्ल, नवमी, रविवार, वि० स० २०७०


११. नियमितरुप से धर्मग्रन्थों का कुछ स्वाध्याय अवश्य करों |

१२. रोज नियमित कम-से-कम २५,००० भगवान के नामों का जप अवश्य करों |

१३. संतों के चरित्र और उनकी दिव्य वाणी का अध्ययन करों |

१४. जूआ कभी न खेलों, बाजी न लगाओं, होड़ न बदो |

१५. सिनेमा, स्त्रियों का नाच आदि न देखों |

१६.कपडे सादे पहनों और साफ़ रखों,मैल न होने दो; परन्तु फैशन का ख्याल बिलकुल न रखों | कपडे बिगाड़ कर भी न पहनों,बहुत कीमती कपडे न पहनों|

१७. हजामत और नख न बढ़ने दो, परन्तु शौक से दिन में दो बार बनाओ भी नहीं |

१८. अपने शरीर को सुन्दर दिखलाने का प्रयत्न न करों |

१९. किसी भी हालत में यथासाध्य उधार न लों, उधार लेकर खर्च करने से आदत बिगड़ जाती है; जब तक उधार मिलता है, खर्च बढ़ता ही जाता है; पीछे बड़ी कठिनाई और  बेइज्जती होती है | ......शेष अगले ब्लॉग में.         

श्रद्धेय हनुमानप्रसाद पोद्धार भाईजी, भगवतचर्चा पुस्तक से, गीताप्रेस गोरखपुर, उत्तरप्रदेश , भारत  

नारायण ! नारायण !! नारायण !!! नारायण !!! नारायण !!!   
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Ram